Singer: Udit Narayan
Lyrics: Saeed kadri
मेरे ख्वाबों का हर एक नक्श मिटा दे कोई
सूखे पत्तों का बचा ढेर जला दे कोई
मेरे ख्वाबों का...
मेरी पहचान का एक शख्स इसी शहर में है
मैं भी ज़िन्दा हूँ ज़रा उसको बता दे कोई
मेरे ख्वाबों का...
कुछ तो तन्हाई का एहसास मुझे कम होगा
मेरे साये से अगर मुझको मिला दे कोई
मेरे ख्वाबों का...
Comments
Post a Comment